नई दिल्ली, 13 जून
कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। बदलते मौसम को देख किसान अपनी तैयारी कर रहे हैं। तेज आंधी और बारिश से बचाव के लिए किसानों ने टेंट के चारो ओर ईंट-सीमेंट की पक्की दीवार खड़ी कर दी है। हाल ही में आई तेज आंधी और बारिश ने किसानों के टेंट उखाड़ दिए थे, जिसके बाद अब किसानों ने इससे बचने का उपाय ढूंढ लिया है।
गाजीपुर बॉर्डर पर तेज आंधी और बारिश से किसानों का नुकसान होने लगा। टेंट में पानी भरने व आंधी आने से उसके उखड़ने की समस्या आने लगी। कुछ किसानों ने बॉर्डर पर रहने के लिए बड़े कंटेनर मंगवा लिए हैं।
वहीं कंटेनर के चारो ओर लकड़ी की बाउंडरी बनाई गई है। बाउंडरी को मजबूती प्रदान करने के लिए सीमेंट और इंट का प्रयोग कर एक छोटी पक्की दीवार खड़ी कर दी और लकड़ी की बाउंडरी के निचले हिस्सों को मजबूत कर दिया है।
किसानों के अनुसार, लकड़ी की बाउंडरी को आंधी में टूटने से बचाने और इसकी मजबूती को और बढ़ाने के लिए एक छोटी दीवार चारों ओर खड़ी की गई है।
गौतमबुद्ध नगर निवासी बेली भाटी किसानों के प्रदर्शन में अपना समर्थन देने के लिए आए हुए हैं। उन्होंने बताया, बारिश पढ़ने से अंदर पानी आ जाता है, इससे पानी नहीं आएगा दूसरा लकड़ी की बाउंडरी के रोकथाम के लिए एक पक्की दीवार बना दी है। हम किसानों को ये भी नहीं पता कि कितना वक्त और लगेगा, क्योंकि टिकैत जी ने आंदोलन लंबे चलने की बात कही है।
इसके अलावा हमने एक कंटेनर में अपना अस्थायी घर स्थापित कर लिया है, इसमें ऑफिस बनाया है और रात को रुकने के लिए डबल बेड डाला गया है।
हालांकि गर्मी से बचाव करने के लिए किसानों ने बड़े-बड़े कूलर और एसी अपने टेंट में लगाए हुए हैं। उन्होंने अब आंधी और बारिश के पानी से बचाव की व्यवस्था भी करली है।