रैन बसेरों में जरूरतमंद और बेघर लोगों को रखने के लिए नगर परिषद द्वारा बनाई गई टीमों पर सवाल उठे
मोरिंडा 14 जनवरी (भटोआ)
मोरिंडा सिटी पुलिस को स्थानीय बस स्टैंड के पास गार्डन कॉलोनी में एक परित्यक्त व्यक्ति का शव मिला, और स्थानीय नगर परिषद द्वारा बेघर और परित्यक्त लोगों की देखभाल के लिए बनाए गए रैन बसेरों के प्रदर्शन पर भी सवाल उठाया गया है। गौरतलब है कि नगर परिषद मोरिंडा द्वारा उपायुक्त डॉ. प्रीति यादव के आदेश पर वार्ड नंबर 8 कम्युनिटी सेंटर में रैन बसेरा स्थापित करने की घोषणा करते हुए यह भी कहा गया कि नगर परिषद के अधिकारी व कर्मचारी टीमें नियमित रूप से रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों के आसपास, अक्सर रात में जाती हैं, और अगर उन्हें इतनी कड़ाके की सर्दी में कोई लावारिस या ज़रूरतमंद व्यक्ति खुले में पड़ा मिलता है, तो परिषद द्वारा गठित इन टीमों द्वारा उस ज़रूरतमंद व्यक्ति की मदद कर उसे रैन बसेरे में भेजा जाता है। ताकि उन्हें भीषण सर्दी से बचाया जा सके। लेकिन मोरिंडा बस स्टैंड के पास गार्डन कॉलोनी में एक लावारिस व्यक्ति का शव मिलने से इन टीमों के प्रदर्शन पर भी सवाल खड़ा हो गया है और क्या इन टीमों के कर्मचारियों ने किसी व्यक्ति को लोई में पड़ा हुआ नहीं देखा या नहीं। परिषद द्वारा टीमों में शामिल कर्मचारी इन सार्वजनिक स्थानों पर जाने के लिए केवल खानापूर्ति ही कर रहे हैं.
एसआई सोहन सिंह ने बताया कि नगर पुलिस को किसी ने सूचना दी थी कि गार्डन कॉलोनी के खुले पार्क में एक बुजुर्ग का शव पड़ा है. सोहन सिंह ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि मृत व्यक्ति के चारों ओर सिर्फ एक लोई थी और उस व्यक्ति का शव जमा हूआ था। उन्होंने कहा कि चूंकि मृतक के पास से कोई पहचान पत्र नहीं मिला है, इसलिए उसे 72 घंटे के लिए सिविल अस्पताल रूपनगर की मोर्चरी में रखा गया है, ताकि उसकी शिनाख्त हो सके.
वहीं जब मैंने इस मामले को लेकर आवास के प्रभारी सेनेटरी इंस्पेक्टर सुरिंदर सिंह से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. लेकिन परिषद के कार्यकारी अधिकारी मनप्रीत सिंह सिद्धू ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है, उन्होंने कहा कि परिषद की टीमें शाम को बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन जरूर जाती है. लेकिन यह लावारिस लाश बस स्टैंड के पास खुले पार्क में मिलने पर उन्होंने कहा कि इस संबंध में जांच कराएंगे.