मोरिंडा 7 जनवरी (भटोआ)
सीवरेज एवं जल संरक्षण विभाग द्वारा मोरिंडा के काईनौर चौक में सीवरेज पाइप को जोड़ने के लिए बनाए गए टैंकों के आसपास की मिट्टी ठीक से कंपरैस न करने और साइनबोर्ड न लगाने के कारण इस चौक पर अक्सर बड़े वाहन जमीन में धंस जाते हैं, जिससे इन वाहनों के मालिकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है, और इस गोलचक्कर से गुजरने वाले यातायात में भी व्यवधान उत्पन्न होता है.
गौरतलब है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी द्वारा मोरिंडा शहर में सीवेज डालने के लिए लगभग 75 करोड़ रुपये के अनुदान जारी किए गए थे, जिसके तहत सीवरेज विभाग द्वारा शहर के विभिन्न वार्डों में सीवेज पाइपलाइन बिछाई जा रही है. इन पाइपलाइनों को जोड़ने के लिए मोरिंडा के काईनौर चौक में सीवरेज विभाग द्वारा मोरिंडा-रोपड़ सड़क के दोनों किनारों पर बड़े-बड़े टैंक बनाए गए हैं, लेकिन इन टैंकों के आसपास की मिट्टी को पूरी तरह से कंप्रेस नहीं किया गया है और न ही इन जंक्शनों के आसपास किसी तरह के साइनबोर्ड या बैरियर लगे हैं,जिससे भारी वाहन अक्सर इस जंक्शन पर फंस जाते हैं.
ऐसा ही हादसा बीती रात रोपड़ से मोरिंडा आ रहे एक ट्रक के साथ हुआ, जिसने जब इस चौराहे से अपने ट्रक को चंडीगढ़ की ओर मोड़ा तो टैंकों के आसपास गीली मिट्टी होने कारण और साइनबोर्ड न होने के कारण ट्रक करीब ढाई फीट मिट्टी में फंस गया. जिसको निकालने के लिए ट्रक चालक को क्रेन की मदद लेनी पड़ी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि इस चौराहे पर हमेशा यातायात अधिकारी तैनात रहते हैं, लेकिन उनके द्वारा यहां कोई चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगाया गया है.
इसी तरह शहर के शेष 15 वार्डों में सीवरेज विभाग द्वारा शुरू किया गया कार्य कहीं भी पूरा नहीं हो पाया है, जिस कारण शहरवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है स्थानीय विश्राम गृह के पास रहने वाले डा: कुलबीर सिंह धारनी ने बताया कि उनका पूरा वार्ड में सीवरेज विभाग ने पाइप लाइन डालने के लिए खुदाई की थी, लेकिन पाइप लाइन डालने के बाद भी सीवरेज विभाग ने न तो गलियों की मिट्टी को समतल किया और न ही इंटरलॉक टाइलें लगाईं. इसी तरह ज्ञानी स्वर्ण सिंह भट्टी ने कहा कि उनके मोहल्ले में सीवरेज विभाग ने घरों को कनेक्शन देने का काम शुरू किया है और इसके लिए पूरे मोहल्ले की गलियों को मजदूरों ने खोद दिया है, जिससे बड़े वाहन नहीं निकल पा रहे हैं. आलम यह है कि इन गलियों से स्कूटर और मोटरसाइकिल तक नहीं निकल पाते हैं, जिससे मोहल्ला के तमाम निवासी अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं. ज्ञानी स्वर्ण सिंह भट्टी ने कहा कि ऐसी स्थिति में मरीज अस्पताल या और बच्चों को स्कूल जाते समय उन्हें कंधे पर उठाकर ही अस्पताल या स्कूल ले जाना पड़ता है.
अकाली नेता व पार्षद अमृतपाल सिंह खटड़ा, युवा नेता परमिंदर सिंह बिट्टू कंग, पूर्व पार्षद जगपाल सिंह जौली, अमरिंदर सिंह हैली व नंबरदार जगविंदर सिंह पम्मी ने कहा कि शहर के विकास के लिए पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा करोड़ों रुपये की ग्रांट देने के बाद भी शहर के लोगों को कोई फायदा नहीं हुआ बल्कि लोगों के काम ठप होने से उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। इन अकाली नेताओं ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से शहर के विकास के लिए जारी की गई 110 करोड़ रुपये की ग्रांट से हो रहे विकास कार्यों की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है, ताकि लोगों के पैसे का सदुपयोग हो सके.
वहीं जब इस संबंध में सीवरेज विभाग के एसडीओ तरुण गुप्ता से संपर्क किया गया तो उन्होंने इन टंकियों के आसपास की मिट्टी को दोबारा कंप्रेस कर दिशा सूचक बोर्ड लगाने का आश्वासन दिया