श्री गुरु तेग बहादुर साहिब की शहादत को समर्पित प्रभात फेरियां लगातार जारी
मोरिंडा 22 नवंबर (भटोआ)
गुरुद्वारा श्री अकाल गढ़ साहिब के गांव घड़ूयां से श्री गुरु तेग बहादुर साहिब की शहादत को समर्पित प्रभात फेरियां लगातार जारी हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए गुरुद्वारा साहिब के मुख्य सेवादार बाई दीप सिंह घड़ूयां व बाबा दिलबाग सिंह ने बताया कि नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के शहादत दिवस को समर्पित प्रभात फेरियां 28 अक्टूबर से लगातार चल रही हैं. जिसमें सिक्ख संगत उत्साह से शामिल हो रही है.
गुरुद्वारा श्री अकालगढ़ साहिब के प्रधान ग्रन्थि ज्ञानी मोहन सिंह की देखरेख में ये प्रभात फेरियां गुरुद्वारा श्री अकालगढ़ साहिब से शुरू होकर गांव की विभिन्न गलियों व मोहल्लों से होते हुए ,श्री गुरु तेग बहादुर साहिब की गुरबाणी का गायन करते हुए धर्मनिष्ठ सिख संगत के घरों में कथा कीर्तन करते हुए, संगत को श्री गुरु तेग बहादुर साहिब द्वारा दी गई शहादत के बारे में सूचित करते हुए और फिर गुरुद्वारा श्री अकालगढ़ साहिब में समाप्त होोती हैं। बाई दीप सिंह और बाबा दिलबाग सिंह ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब की शहादत को समर्पित वार्षिक शहीदी गुरमति समागम और नगर कीर्तन 26, 27 और 28 नवंबर को गुरुद्वारा श्री अकाल गढ़ साहिब में श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बानी का श्री अखंड पाठ साहिब शुरू होगा, 27 नवंबर को विशाल नगर कीर्तन का आयोजन होगा और 28 नवंबर को श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डालने के बाद गुरमति समागम आयोजित किया जाएगा, जिसमें गुरुद्वारा श्री अकालगढ़ साहिब के हजूरी कीर्तनी जत्था, भाई कुलवंत सिंह कथावाचक व ज्ञानी सुखजिंदर सिंह चंग्याड़ा का ढाडी जत्था कथा, कीर्तन व ढाडी वारों के माध्यम से संगत को निहाल करेंगे। उन्होंने सभी नानक नाम लेवा संगतों से इन समागमों में शामिल होने की अपील की है।