मोरिंडा, 18 नवंबर (भटोआ)।
राष्ट्रीय राजमार्ग 205 के निर्माण से प्रभावित गांवों के किसान ढंगराली गांव में एकत्र हुए। जिसमें एकत्रित किसानों ने सर्वसम्मति से कई प्रस्ताव पारित किए और उसके बाद एसडीएम. मोरिंडा को उपायुक्त रूपनगर के नाम एक मांग पत्र भी सौंपा गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए किसान नेता परमिंदर सिंह चलाकी, सरबजीत सिंह, परमिंदर सिंह चतामला, बहादुर सिंह ढंगराली , धर्मिंदर सिंह भुरडे, दर्शन सिंह मडौली खुर्द, नसीब सिंह, मलकीत सिंह, भूपिंदर सिंह आदि किसानों ने कहा कि राष्ट्रीय निर्माण के साथ हाईवे 205 जिससे किसान प्रभावित हो रहे हैं, उनकी मांगों पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि हाईवे के दोनों तरफ बची हुई भूमि को स्थायी पहुंच दी जाए और हाईवे के एक तरफ जो बिजली कनेक्शन लगाया गया है और दूसरी तरफ बची हुई जमीन को बिजली कनेक्शन दिया जाए, उसमें आने वाले बोर, पाइप लाइन की लागत हाईवे में आ रही मोटर, पेड़ व भवनों को अवार्ड कर मुआवजा दिया जाए। परमिंदर सिंह चलाकी ने कहा कि हाईवे के अंतर्गत आने वाली जमीनों के मालिक किसानों को पक्का रोजगार मुहैया कराया जाए. उन्होंने कहा कि पूरी राशि ब्याज सहित किसानों को दी जाए और हाईवे से प्रभावित किसानों को टोल फ्री प्रमाण पत्र दिया जाए। उक्त किसानों का कहना था कि जब तक प्रशासन व हाईवे के अधिकारियों द्वारा उक्त मांगों का समाधान नहीं किया जाता तब तक हाईवे नहीं बनने दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि वह किसान संगठनों से भी इस संघर्ष में सहयोग करने की अपील करेंगे। इस मौके पर अन्य लोगों के अलावा जोगिंदर सिंह, राजिंदर सिंह, निर्मल सिंह, शेर सिंह, दिलबाग सिंह, कुलजीत सिंह, हकिकत सिंह, अमरीक सिंह, हरजिंदर सिंह, जसवीर सिंह, सज्जन सिंह, रुल्दा सिंह, गुरमिंदर सिंह, रमणिक सिंह, गुरचरण सिंह, प्रीतपाल सिंह, जगतार सिंह आदि मौजूद रहे।