प्रिंसिपलों की प्रोन्नति में सीनियर वोकेशनल मास्टर्स पर विचार करने का दिया आश्वासन
मोरिंडा 18 नवंबर (भटोआ)
सीनियर वोकेशनल स्टाफ एसोसिएशन पंजाब के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने स्कूल प्रिंसिपलों की प्रोन्नति में सीनियर वोकेशनल मास्टर्स की नियुक्ति के मामले को लेकर पंजाब के शिक्षा मंत्री सरदार हरजोत सिंह बैंस से प्रदेश अध्यक्ष श्री तीर्थ सिंह भटोआ के मार्गदर्शन में मुलाकात की।
इस संबंध में जानकारी देते हुए एसोसिएशन के प्रेस सचिव हरिंदर सिंह हीरा व बूटा सिंह लुधियाना ने कहा कि पंजाब सरकार ने स्कूल प्रिंसिपलों की प्रोन्नति को लेकर 25 नवंबर को विभागीय प्रोन्नति समिति की बैठक बुलाई है, लेकिन इस बैठक के लिए बनाए जा रहे एजेंडा नोट में प्रिंसिपलों के पदोन्नति के लिए सीनियर वोकेशनल मास्टर्स के नाम पर विचार नहीं किया जा रहा है। जिससे सीनियर वोकेशनल मास्टर्स सरकार के प्रति व्यापक नाराजगी दिखा रहे हैं। इन नेताओं ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष श्री भटोआ ने शिक्षा मंत्री का ध्यान इस बात की ओर दिलाया कि 1975 से शुरू हूई वोकेशनल योजना में वोकेशनल मास्टर्स की भर्ती के लिए इंजीनियर में शैक्षणिक योग्यता डिग्री या तीन साल का डिप्लोमा प्लस 3 साल का अनुभव निर्दिष्ट किया गया है.
नेताओं ने कहा कि शिक्षा मंत्री के संज्ञान में यह बात भी लाई गई थी कि 1995 में डिग्री धारक वोकेशनल मास्टर्स को पहली बार शिक्षा अधिकारियों द्वारा लेक्चरर के रूप में नामांकन किया गया था और फिर 1996 के वेतन आयोग की रिपोर्ट के कार्यान्वयन के समय तत्कालीन शिक्षा अधिकारियों ने 1975 से एक ही वेतनमान में और एक जैसा ही काम करने वाले वोकेशनल मास्टर्स के लिए दो अलग-अलग वेतनमान लागू किए जिसे पहले पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा और फिर माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 18/8/2017 को खारिज कर दिया गया,और सर्वोच्च न्यायालय द्वारा वोकेशनल मास्टर के पद पर कार्यरत सभी डिग्री या डिप्लोमा धारक वोकेशनल मास्टर्स को स्कूल लेक्चरर का पद दिया गया और लेक्चरर के समान वेतनमान देने का निर्णय दिया जिसे शिक्षा विभाग ने लागू भी कर दिया है। नेताओं ने कहा कि शिष्टमंडल ने शिक्षा मंत्री को यह भी बताया कि अप्रैल 2018 तक वोकेशनल केडर के प्रिंसिपलों के 170 पद रिक्त थे, जिन्हें 2004 के पुराने पदोन्नति नियमों के अनुसार भरा जाना है, क्योंकि शिक्षा विभाग द्वारा वर्ष 2018 में बनाए गए नए पदोन्नति नियमों को जून 2018 से लागू किया गया है.नेताओं ने कहा कि शिक्षा मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की बात को बहुत ध्यान से सुना और शिक्षा सचिव को इस मामले को देखने और पदोन्नति के लिए सीनियर वोकेशनल मास्टर्स पर भी विचार करने का आदेश दिया है. प्रतिनिधिमंडल में गुरचरण सिंह लुधियाना, श्री अशोक शर्मा, श्री बूटा सिंह और श्री अवतार सिंह सहित अन्य शामिल थे।