बाहरी लोगों से पंजाब के अधिकारों के लिए आवाज उठाने की कोई उम्मीद नहीं
मोहाली, 21 मार्च, जसवीर सिंह गोसल
शिरोमणि अकाली दल के मोहाली विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी परविंदर सिंह बैदवान सोहाना ने पांच राज्यसभा सीटों के लिए आम आदमी पार्टी के नामांकन को पंजाब और पंजाब के साथ अन्याय करार दिया है।
उन्होंने एक बयान में कहा कि आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा के लिए दिल्ली से दो और पंजाब से तीन चेहरों को मैदान में उतारा है, लेकिन उनमें से किसी ने भी आज तक पंजाब के पक्ष में बात नहीं की है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा का उद्देश्य राज्यों के अधिकारों के लिए आवाज उठाना, अधिनियमित किए जा रहे नए कानूनों में सभी पहलुओं में राज्यों के अधिकारों को बनाए रखना है और प्रत्येक पार्टी द्वारा केवल संबंधित राज्यों के बसे हुए व्यक्तियों को भेजा जाता है।
अकाली नेता ने कहा कि आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाली स्वयंभू पार्टी द्वारा आम आदमी के रूप में उम्मीदवार का नामांकन नहीं करने से बिल्ली थैले से बाहर आ गई है और आम आदमी पार्टी का सच सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि पांच सदस्यों में से दो सदस्य सीधे दिल्ली से जुड़े हुए हैं और दिल्ली सरकार द्वारा पंजाब से चालीस प्रतिशत प्रतिनिधित्व पहले ही छीन लिया गया है।
श्री सोहाना ने कहा कि नदियों का पानी का मुद्दा, बीबीएमबी द्वारा पंजाब राज्य के कोटे की बहाली, बंदी सिंहों की रिहाई और पंजाब से जुड़े कई अन्य मुद्दों सहित पंजाब के विभिन्न मुद्दों पर केंद्र के साथ आवाज उठाने की जरूरत है जिसके लिए पंजाब से सम्बन्धित शख्सियतों को राज्यसभा भेजा जाना चाहिए था।
अकाली नेता ने कहा कि पंजाबियों ने बड़े पैमाने पर आम आदमी पार्टी के पक्ष में फतवा पारित किया है और आम आदमी पार्टी ने अपने पहले टेस्ट में अपने आप को पंजाब विरोधी साबित कर लाखों मतदाताओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल के फैसले के बारे में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सभी मंत्रियों और विधायकों से सवाल किया कि उन्होंने पंजाब को धोखा देने के पार्टी सुप्रीमो के फैसले का विरोध क्यों नहीं किया और क्यों चुप रहे। उन्होंने पंजाब के लोगों से उनके फैसले का विरोध करने का आह्वान किया।