धार्मिक आजादी पर डाका नही डालने देंगे - ट्राइसिटी ज्वाइंट एक्शन कमिटी।
चंडीगढ़, 16 फरवरी :
कर्नाटका के एक कॉलेज में मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनने पर कट्टरपंथी संगठनों की ओर से बीते दिनों एक अकेली मुस्लिम लडक़ी पर धावा बोलने की घटना के बाद आज जामा मस्जिद मनिमाजर चंडीगढ़ में हजारों की संख्या में मुस्लिम बहनों-बेटियों ने चंडीगढ़ की मुस्लिम बेटियों की अगुवाई में शहर के चिल्ड्रन पार्क हाउसिंग बोर्ड चोक से हिजाब मार्च शुरू किया जोकि मैन बाजार से होते हुए जामा मस्जिद पहुंच कर समाप्त हुआ। मार्च में बड़ी संख्या में मुस्लिम छात्राएं और उनके परिवार की महिलाएं भी उपस्थित थी, मार्च में शामिल महिलाएं हमारी पहचान हमारा हक, गुंडागर्दी नहीं चलेगी, अल्लाह-हु-अकबर,हिंदू-मुस्लिम-सिख-इसाई,आपस में हैं भाई-भाई के नारे लगा रही थी। इस अवसर पर संबोधन करते हुए गवर्नमेंट कालेज चंडीगढ़ से प्रोफेसर शाह बानो ने कहा कि आज मनीमाजरा चंडीगढ़ की यह बेटियां और भाई अपनी उस बहादुर कर्नाटकी बहन को सलाम करने के लिए एकत्रित हुए हैं जिसने दर्जनों गुंडों के सामने बहादुरी और हिम्मत दिखा कर दुनिया भर की बेटियों को नया हौसला दिया है। फेहम नाज ने कहा कि मुस्कान ने जो अल्लाह हु अकबर का नारा लगाया उसकी आवाज आज दुनिया भर में सुनी जा रही है। मदरसा मनी माजरा की टीचर साहिबा खानम ने कहा कि धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले कान खोल कर सुन लें हम अपनी मजहबी आजादी पर किसी को भी डाका नहीं डालने देंगे। हमारे देश का संविधान सबको अपने-अपने धर्म पर चलने की आजादी देता है, बुर्खा या हिजाब पहन कर सदियों से मुस्लिम बच्चियां देश में पढ़ती आ रही है फिर आज अचानक ऐसा क्या हो गया, हुआ कुछ नही सिर्फ सस्ती सियासत का बहाना है।
अहलिया मुहम्मद आरिफ ने कहा कि देश में अलग-अलग संप्रदाय है और उनको मानने वाले अपना चोला पहन कर पढऩे जाते है तो फिर हिजाब पर यह तमाशा क्यों। हाफिज मतलूब की अहलिया फरहाना मतलूब ने कहा की दरअसल यह चंद लोग देश की जनता को धर्म के नाम पर अलग-अलग करके हमेशा के लिए सत्ता में रहना चाहते है लेकिन भारत में कभी ऐसा होने वाला नहीं है क्योंकि यहां सदियों से सभी धर्मों के लोग आपस में मिल जुल कर रहते हैं। इस अवसर पर एक छात्रा मुस्कान ने बताया कि वह चंडीगढ़ के सरकारी कालेज में एक वर्ष से हिजाब के साथ कालेज जाति है, और उसे इस पर गर्व है।डा आइफा ने कहा कि संप्रदायक ताकतें जितनी नफरत फैलने की कोशिश करती हैं लोकतंत्र उतना ही मजबूत होता जा रहा है। ताज मोहम्मद की अहलिया जीनत ने कहा कि बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाले आज मुस्लिम बच्चियों को हिजाब में पढ़ने से क्यों रोक रहे हैं।
इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजक इमरान मंसूरी, ताज मोहम्मद, मौलाना इमरान मुजदीदी, वसीम खान, मतलूब अहमद, हाजी सदीक मोहम्मद, शमीम अहमद एवं ट्राइसिटी ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अन्य मेंबराने थे।