बीजिंग, 17 दिसम्बर
संयुक्त राष्ट्र संघ के अफगानिस्तान में स्थित विश्व अनाज कार्यक्रम के प्रतिनिधि ने हाल ही में यह चेतावनी दी कि 98 प्रतिशत अफगान लोग भूख से पीड़ित हैं। अफगानिस्तान के सामने भूख व गरीबी की समस्या हिमस्खलन की तरह है। विश्व अनाज कार्यक्रम के प्रवक्ता थॉमसन फेरी ने कहा कि इस संकट को आपदा बनने से रोकने के लिए हमें बहुत काम करना होगा। अफगानिस्तान में स्थित हमारे प्रतिनिधि के अनुसार वहां की स्थिति बहुत गंभीर है। भूख व गरीबी हिमस्खलन की तरह आ रही हैं।
इस वर्ष के अगस्त में अफगान तालिबान ने राजधानी काबुल पर नियंत्रण किया। इसके बाद तमाम विदेशी सहायता अचानक रुक गयी। साथ ही अमेरिका ने सेंट्रल बैंक ऑफ अफगानिस्तान की करीब 9.5 अरब डॉलर की संपत्ति फ्रीज कर दी है। जिससे अफगानिस्तान की कमजोर अर्थव्यवस्था और खराब हो गयी है। अफगान तालिबान ने कई बार अमेरिका से फंड अनफ्ऱीज करने का आग्रह किया। लेकिन अमेरिका ने इससे इनकार किया। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अफगानिस्तान में गरीबी का संकट दिन-ब-दिन गंभीर हो रहा है। कीमतों के बढ़ने से अब बहुत से लोग भोजन और ईंधन जैसी बुनियादी जरूरतों को नहीं खरीद पा रहे हैं। अधिकतर अफगान लोगों, खास तौर पर बच्चों को भूख व कुपोषण का सामना करना पड़ रहा है।
(आईएएनएस)